THE BEST SIDE OF SHIV CHALISA LYRICSL

The best Side of shiv chalisa lyricsl

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जय सविता जय जयति दिवाकर!, सहस्त्रांशु! सप्ताश्व तिमिरहर॥ भानु! पतंग! मरीची! भास्कर!...

सहस कमल में हो रहे धारी। कीन्ह परीक्षा तबहिं पुरारी॥

अस्तुति केहि विधि करैं तुम्हारी। क्षमहु नाथ अब चूक हमारी॥

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शंकर हो संकट के नाशन। मंगल कारण विघ्न विनाशन॥

मातु पिता भ्राता सब कोई। संकट में पूछत नहिं कोई॥

In spite of one’s social status or authority, By reciting this, they attain purity and victory. Even those people who are childless and yearning for wants, Will definitely acquire blessings with the grace of Lord Shiva.

अर्थ: जो कोई भी धूप, दीप, नैवेद्य चढाकर भगवान शंकर के सामने इस पाठ को सुनाता है, भगवान भोलेनाथ उसके जन्म-जन्मांतर के पापों का नाश करते हैं। अंतकाल में भगवान शिव के धाम शिवपुर अर्थात स्वर्ग की प्राप्ति होती है, उसे मोक्ष मिलता है। अयोध्यादास को प्रभु आपकी आस है, आप तो सबकुछ जानते हैं, इसलिए हमारे सारे दुख दूर करो भगवन।

जय जय तुलसी भगवती सत्यवती सुखदानी। नमो Shiv chaisa नमो हरि प्रेयसी श्री वृन्दा गुन खानी॥

कभी-कभी भक्ति करने को मन नहीं करता? - प्रेरक कहानी

अर्थ: माता मैनावंती की दुलारी अर्थात माता पार्वती जी आपके बांये अंग में हैं, उनकी छवि भी अलग से मन को हर्षित करती है, तात्पर्य है कि आपकी पत्नी के रुप में माता पार्वती भी पूजनीय हैं। आपके हाथों में त्रिशूल आपकी छवि को और more info भी आकर्षक बनाता है। आपने हमेशा शत्रुओं का नाश किया है।

वस्त्र खाल बाघम्बर सोहे। छवि को देख नाग मुनि मोहे॥

त्रिपुरासुर सन युद्ध मचाई। सबहिं कृपा कर लीन बचाई॥

लिङ्गाष्टकम्

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